मानवाधिकार समूहों ने इस्राएल की गज़ा पर सहायता कटौती को 'भुखमरी नीति' बताया
वाटिकन न्यूज
गज़ा, बृहस्पतिवार, 6 मार्च 2025 : गज़ा के 2 मिलियन लोगों को भोजन, ईंधन, दवा और अन्य आपूर्ति में इजरायल द्वारा की गई कटौती से कीमत आसमान छू रहे हैं और मानवीय कार्यकर्ता समूहों ने सबसे कमजोर लोगों को घटते स्टॉक को वितरित करने की कोशिश में तेजी दिखाई है।
सहायता कटौती ने सहायता कार्यकर्ताओं के उस प्रयास को खतरे में डाल दिया है, जो उन्होंने पिछले छह हफ्तों में संघर्ष विराम समझौते के प्रथम चरण के दौरान अकाल को रोकने के लिए किया था, जिस पर इस्राएल और हमास ने जनवरी में सहमति व्यक्त की थी।
16 महीने से ज्यादा समय से चल रहे युद्ध के बाद, गज़ा की जनता पूरी तरह से ट्रकों से लाए जानेवाले भोजन और अन्य मदद पर निर्भर है। ज्यादातर लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं और कई लोगों को आश्रय की जरूरत है। ईंधन की जरूरत सिर्फ ट्रकों को सहायता पहुँचाने के लिए ही नहीं है, बल्कि अस्पतालों, पानी के पंपों, बेकरियों और दूरसंचार को चालू रखने के लिए भी है।
इस्राएल का कहना है कि घेराबंदी का उद्देश्य, हमास पर अमेरिका के युद्ध विराम विस्तार प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए दबाव डालना है। इस्राएल ने हमास के साथ हुए समझौते के दूसरे चरण में आगे बढ़ने में देरी की है, जब सहायता सामग्री लाना जारी रहना चाहिए था।
अधिकार समूहों ने इस कटौती को "भुखमरी नीति" कहा है। चार दिन बाद, विश्व खाद्य कार्यक्रम, संयुक्त राष्ट्र की मुख्य खाद्य एजेंसी, ने कहा कि उसके पास गज़ा में भोजन का कोई बड़ा भंडार नहीं है क्योंकि उसने समझौते के प्रथम चरण के दौरान आनेवाले पूरे भोजन को भूखे लोगों को वितरित करने पर ध्यान केंद्रित किया था। इसने कहा कि मौजूदा खाद्य सामग्री बेकरी और रसोई को दो सप्ताह से कम समय तक चालू रखने के लिए पर्याप्त है।
नॉर्वेयन रिफ्यूजी काउंसिल के अनुसार, गज़ा में टेंट का कोई बड़ा भंडार नहीं है, और उन्होंने बताया कि युद्ध विराम के पहले चरण के दौरान जो आश्रय सामग्री आई थी, वह अपर्याप्त थी।
संगठन के संचार प्रमुख ने कहा कि अगर वे पर्याप्त होतीं, तो "हमारे पास आश्रय सामग्री और गर्म कपड़े एवं उनके इलाज के लिए उचित चिकित्सा उपकरणों की कमी के कारण शिशुओं की मृत्यु नहीं होती।"
(स्रोत: एपी और अन्य समाचार एजेंसियाँ)
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