कार्डिनल जुप्पी: हमें युद्ध खत्म करना होगा, इससे पहले कि वह हमें खत्म कर दे
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 (रेई) : इतालवी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल मात्तेओ जुप्पी ने बृहस्पतिवार शाम को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्रित करीब 40,000 युवाओं को सम्बोधित कर कहा, "इस शाम को पूरी कलीसिया द्वारा आलिंगन किये गये महसूस करें, जो आपके जीवन की ताजगी और सहजता को आनंद, सहानुभूति और विश्वास के साथ देखती है।"
31 जुलाई की शाम संगीत, धर्मग्रंथ के पाठों और विश्वास की गवाही से भरपूर थी, और संघर्ष क्षेत्रों में पीड़ित लोगों के साथ आध्यात्मिक निकटता व्यक्त की।
"मानवता को युद्ध का अंत करना होगा, अन्यथा युद्ध मानवता का अंत कर देगा।" कार्डिनल ज़ुप्पी ने अपने प्रवचन के दौरान, येरूसालेम के लैटिन प्राधिधर्माध्यक्ष, कार्डिनल पियरबतिस्ता पित्साबल्ला के एक वीडियो संदेश और संत मत्ती के सुसमाचार के पाठ, जहाँ येसु पेत्रुस को स्वर्ग राज्य की कुंजियाँ प्रदान करते हैं, पर चिंतन करते हुए यही कहा।
हमारे हृदयों को निशस्त्र करें
कार्डिनल जुप्पी ने "उन लोगों द्वारा निर्मित भयानक क्रूसों" की ओर ध्यान आकर्षित किया, जो "हत्या के लिए हथियार बनाते हैं," अस्पतालों सहित जीवन देनेवाली हर चीज को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने दुःख व्यक्त करते हुए कहा, "कलीसिया क्रूस के नीचे खड़ी है, उसकी आँखें आँसुओं से भरी हैं और उसका हृदय भारी पीड़ा से आहत है।"
जुप्पी ने कहा कि आज अनगिनत व्यर्थ मौतें, अनगिनत युद्ध हो रहे हैं। उन्होंने पोप लियो 14वें के अपने चुनाव के तुरंत बाद के शब्दों को याद किया, जब उन्होंने एक ऐसी शांति का आह्वान किया था जो "निहत्थी और निशस्त्र" दोनों हो।
इसी को आगे बढ़ाते हुए, कार्डिनल जुप्पी ने एक जोरदार अपील जारी की: "आइए, हम अपने हृदयों को निशस्त्र करें, ताकि हम इस हिंसक दुनिया के हृदयों और हाथों को निशस्त्र कर सकें—इसके घावों को भर सकें और नए संघर्षों को रोक सकें!"
कार्डिनल ज़ुप्पी ने एक ऐसी दुनिया पर अपनी चिंता व्यक्त की जहाँ दूसरों को दुश्मन समझना—या कल्पना करना कि हम उनके बिना खुलकर जी सकते हैं—सामान्य हो गया है। उन्होंने परमाणु हथियारों की अकल्पनीय शक्ति के प्रति हमारी भयावह, लापरवाह, उदासीनता की भी निंदा की।
कार्डिनल पित्साबाला : "मैं और कोई नहीं" के बजाय "हम सब साथ" को चुनें
येरूसालेम से एक वीडियो संदेश में, कार्डिनल पियरबतिस्ता पित्साबाला ने गजा में वर्तमान में फैल रहे अकाल पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, इस विनाश और अंधकार के बीच, उस रात में जिसका अंत ही नहीं है, विश्वास आवश्यक है। दर्द वास्तविक है और हम इससे इन्कार नहीं कर सकते। लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि ठीक इसी पीड़ा में हमें सांत्वना और दिलासा देने के लिए बुलाया गया है।
पित्साबल्ला ने गज़ा और इस्राएल में "प्रकाश के वाहक" जैसे कई लोगों की ओर इशारा किया। पवित्र भूमि और उसके बाहर, कई लोग निराशा के आगे झुकने से इनकार करते हैं, और "मैं और कोई नहीं" के बजाय "हम सब साथ मिलकर" का रास्ता चुनते हैं।
कार्डिनल ने सभी उदार संगठनों, धर्मसंघियों और स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित किया, जो पहले से ही आशा के पुनर्निर्माण के लिए काम कर रहे हैं। ये लोग उस जयंती की भावना के प्रतीक हैं जो मध्य पूर्व में दूर की कौड़ी लग सकती है, लेकिन, उन्होंने कहा, वे प्रकाश की किरण की तरह चमकते हैं।
उन्होंने कहा, "हमें उन पर ध्यान देने की जरूरत है, उस क्षण के लिए तैयार होने की, जब हमें नष्ट हो चुकी इमारतों का पुनर्निर्माण करना होगा और टूटे हुए सामाजिक ताने-बाने को सुधारना होगा।"
उन्होंने सभी को याद दिलाया कि कलीसिया को इन संघर्षों में, संवाद के माध्यम से, यहाँ तक कि कठिन और कभी-कभी तनावपूर्ण चर्चाओं के माध्यम से भी, प्रारंभिक प्रेरितों की तरह उपस्थित रहना चाहिए। पेत्रुस की तरह, हमें भी ऐसा वचन बोलने के लिए बुलाया गया है जो निर्मित करता, नया क्षितिज खोलता, विश्वास के अवसर पैदा करता है।
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