हजारों विश्वासियों ने संत पापा योहन पौलुस द्वितीय को श्रद्धंजलि
वाटिकन सिटी
संत पापा योहन पौलुस द्वितीय के निधन की 20वीं वर्षगांठ पर, हजारों लोग ने पोलिश धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष तादेउज़ वोज्दा के नेतृत्व में वाटिकन के संत पेत्रुस के प्रांगण में विशेष संध्या प्रार्थना में भाग लिया।
पोलिश धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्य़क्ष महाधर्माध्यक्ष ताजेउज वोज्दा ने दिवंगत संत पापा की 20वीं बरसी की यादगारी में संध्या प्रार्थना की अगुवाई की।
इस प्रार्थना समभा रोम के निवासी और विदेशों में पोलिश समुदाय के प्रतिनिधि ने बड़ी संख्या में संत पेत्रुस के प्रांगण में जमा होते हुए जागरण प्रार्थना में भाग लिया। प्रार्थना सभा के दौरान रोज़री माला की प्रार्थना में संत पापा योहन पौलुस की शिक्षाओं, उनके कथनों और विचारों को शामिल करते हुए उन्हें श्रद्धंजलि अर्पित की गई।
धर्माध्यक्षीय काल हेतु कृतज्ञता
संत पापा योहन पौलुस द्वितीय और उनके कार्यकाल की याद करते हुए पोलिश धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष ताजेउज वोज्दा ने कहा, “आज हम उस महान हस्ति और उनके धर्माध्यीक्ष काल हेतु ईश्वर के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रकट करते हैं जो कलीसियाई इतिहास में एक महानतम काल को व्यक्त करता है।” बीस साल पहले की घटनाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा, “हमें वह पल याद है जब लोग इस प्रांगण पर घुटने टेककर बैठे थे। कुछ रोए, तो कुछ ने खुद से पूछा कि उन्हें क्यों जाना पड़ा, क्योंकि ऐसा लग रहा था कि उन्हें हमेशा हमारे साथ रहना चाहिए था।”
मसीह का अनुसरण करने और साहस का आदर्श
पोलिश धर्माध्यक्ष ने कहा, “हमारे महान संत पापा योहन पौलुस द्वितीय ने हमें बहुत कुछ दिया है, सबसे बढ़कर, उन्होंने हमें मसीह का मार्ग दिखाया और दूसरों की सेवा करके, हर दिन, यहाँ तक कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी, हमें येसु के साथ चलना सिखाया है।” धर्माध्यक्ष वोज्दा ने कहा, “वे प्रार्थना करने वाले, प्रेम करने वाले और दूसरों की निरंतर सेवा करने वाले व्यक्ति थे। वे साहस के भी आदर्श थे।”
पोलिश धर्माध्य़क्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष ने खेद जताते हुए कहा, "आज की स्थिति में, खुले तौर पर अपने विश्वास को घोषित करना कभी-कभी बहुत मुश्किल लगता है। हम अपने में साहस की कमी है, शक्ति की कमी को पाते हैं। सुख-सुविधा और अन्य भकटाव की चीजें कभी-कभी लोगों को इतनी आसानी से ईश्वर से दूर ले जाती हैं।” उन्होंने कहा, "हमें संत पापा योहन पौलुस द्वितीय की ओर लौटना चाहिए - केवल भावुकता के रूप में नहीं, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण रूप से, उनकी शिक्षाओं की ओर।”
शांति और संत पापा फ्रांसिस के लिए प्रार्थना
इस प्रार्थना सभा में भाग लेने वालों ने दुनिया भर में शांति के लिए प्रार्थना की, खास तौर पर यूक्रेन, पवित्र भूमि और पूरे अफ्रीका देशों में शांति हेतु।
इसके अलावा, धर्माध्यक्ष वोज्दा ने कहा, “हम पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य के लिए भी प्रार्थना करते हैं, ताकि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सकें और वे हमारे लिए कलीसिया का नेतृत्व करना जारी रख सकें।"
परिवारों के लिए प्रार्थना करने, "सत्य तथा ईश्वर के वचनों का चुनाव करने और उनकी इच्छा के साथ खड़े रहने” की क्षमता के लिए आह्वान किया, धर्माध्यक्ष ने संत पापा योहन पौसुल द्वितीय से विनती करते हुए संध्या प्रार्थना का समापन किया।
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