पोप के लिए प्रार्थना करने हेतु संत पेत्रुस प्राँगण में सैकड़ों लोग जमा हुए
सलवातोरे चेरनुत्सियो
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 25 फरवरी 2025 (रेई) : उसी प्राँगण में जहाँ पोप के रूप में अपने पहले दिन पोप फ्राँसिस ने लोगों को आशीष दी थी और उनसे प्रार्थना करने का आग्रह किया था, सोमवार को वे ही लोग अपने चरवाहे पोप फ्राँसिस के स्वास्थ्यलाभ और अपने बीच उनकी वापसी के लिए प्रार्थना करने एकत्र हुए। पोप के जेमेली अस्पताल में भर्ती होने के दसवें दिन, 24 फरवरी को, रात 9 बजे युवा, परिवार, पुरोहित, धर्मबहनें, रोम में रहनेवाले कार्डिनल, विभागों के प्रमुख और रोमन क्यूरिया के सदस्य संत पेत्रुस महागिरजाघर में एकत्र हुए तथा वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीएत्रो पारोलिन ने रोजरी माला विन्ती का नेतृत्व किया। उन्होंने प्रार्थना के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, ताकि पोप फ्राँसिस "पुनः सुस्वास्थ्य हो सकें।"
दुनियाभर से रोजरी माला विन्ती और पवित्र ख्रीस्तयाग
रोम में दोपहर की बारिश और यातायात हड़ताल के बावजूद, सैकड़ों लोग संत पापा के लिए प्रार्थना में शामिल हुए। इस पहल ने दुनियाभर के विभिन्न धर्मप्रांतों में पिछले शनिवार से शुरू हो चुकी प्रार्थना मैराथन को मजबूत किया। पोप फ्राँसिस के जन्मस्थान बोयनोस आइरिस के महाधर्मप्रांत में भी विला मिसेरियास में पोप के लिए ख्रीस्तयाग अर्पित किया गया।
पोप के स्वास्थ्य के बारे में शनिवार को अधिक पीड़ा और सोमवार शाम के अपडेट में "थोड़ा सुधार" की खबर के बीच 88 वर्षीय पोप के प्रति स्नेह और सामीप्य बढ़ गई। जिसने रोजरी विन्ती और पवित्र मिस्सा का रूप ले लिया, जिसका अनुरोध संत पापा अपने हर संदेश या धर्मशिक्षा के अंत में करते हैं, क्योंकि "यह हर चरवाहे के लिए कवच की तरह है।"
पारोलिन: संत पापा के लिए एक गहन प्रार्थना
कार्डिनल परोलिन ने प्रार्थना शुरू करते हुए कहा, "प्रेरित चरित में लिखा है कि जब पेत्रुस को जेल में रखा गया था, तब कलीसिया ने गहन प्रार्थना की। दो हजार वर्षों से, ख्रीस्तीय पोप के लिए प्रार्थना करते रहे हैं, जब वे खतरे में होते हैं या बीमार पड़ते हैं। इन दिनों भी, जब पोप फ्राँसिस के लिए जो जेमेली अस्पताल में भर्ती हैं, दुनियाभर में विश्वासी व्यक्तिगत और समुदायों में प्रभु से गहन प्रार्थना कर रहे हैं।"
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा, "आज शाम से, हम भी सार्वजनिक रूप से, यहाँ उनके घर में, पवित्र रोजरी माला विन्ती एक साथ करना चाहते हैं। हम उन्हें धन्य कुँवारी मरियम की शक्तिशाली मध्यस्थता को सिपुर्द करते हैं, हम रोगियों का स्वास्थ्य के रूप में उनका आह्वान करते हैं। वे, हमारी प्यारी माँ, बीमारी और परीक्षण के इस समय में उनकी सहायता करें और उन्हें जल्द ठीक होने में मदद करें।"
लोगों की उम्मीदें
शाम की प्रार्थना क्रूस के चिह्न और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ समाप्त हुई, जबकि प्राँगण के पीछे “संत पापा जिंदाबाद” का नारा गूंज रहा था। पूरा कार्यक्रम लगभग 45 मिनट तक चला। जब भीड़ तितर-बितर हुई, तो कुछ लोग प्राँगण में रह गए: स्पेनिश धर्मबहनों, चीनी विश्वासी समूह, फिलीपींस के पुरोहितों का एक बड़ा दल था। कोलंबियाई पुरोहितों का एक दल भी था जो मंगोलिया में कई वर्षों से मिशनरी के रूप में रह रहे हैं, उन्होंने कहा, "यह एक कठिन क्षण है, लेकिन हम उनके साथ हैं।"
दो युवातियों ने कहा, "हम बहुत दूर से आए थे, रोम के बाहरी इलाकों से, पर हम इसमें भाग लेना चाहते थे।" पोप ठीक हो जायेंगे; उन्हें ठीक होना है। हमें उनकी जरूरत है।"
जुबली के लिए उत्तरी इटली से रोम आये एक दम्पति ने कहा, "वे हमारे मार्गदर्शक हैं।" काले कोट और बैंगनी रंग की टोपी पहनी एक महिला ने स्वीकार किया कि वे कई दिनों से पोप फ्राँसिस के बारे में चिंतित थे: "सभी बुरे खबरों और फर्जी समाचारों के बीच जो मुझे गुस्सा दिलाते हैं, आज हमने सुंदरता देखी। मैं हर दिन घर पर पोप के लिए प्रार्थना करती हूँ, लेकिन इसे एक साथ करना अच्छा था। इतने सारे लोग... वे हमेशा हमसे कहते हैं, 'मेरे लिए प्रार्थना करो,' और हमने किया।"
कार्डिनल यू: हमें उम्मीद है कि वे जल्द ठीक हो जाएंगे
पत्रकारों द्वारा मोबाइल फोन और कैमरों से ली गई तस्वीरों में, स्तंभों के बीच मंद रोशनी में, कुछ कार्डिनलों की लाल टोपी अलग से दिखाई दी, जब वे अपने-अपने देशों से आए श्रद्धालुओं का अभिवादन करने के लिए रुके। उनमें से एक कार्डिनल लाज़ारो यू ह्युंग-सिक, जो याजकों के लिए गठित विभाग के प्रीफेक्ट हैं, युवा कोरियाई लोगों से घिरे थे। उन्होंने वाटिकन मीडिया को बतलाया, "मुझे बहुत खुशी है कि ईश्वर की प्रजा, हम सभी, पोप के लिए यहाँ हैं, जो अस्वस्थ हैं। पोप कलीसिया के केंद्र में हैं, वे संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी हैं। हमें उनके लिए प्रार्थना करनी चाहिए, जिन्होंने हमें इतना प्यार किया है, और अब हमें पोप को प्यार देना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही ठीक हो जाएँगे।"
"पोप जो चाहते हैं, उसे करना जरूरी है: वचन को जीना, दिल खोलना, सबसे छोटे, प्रवासी, हाशिए पर पड़े, गरीब लोगों को प्यार करना। क्योंकि उनसे प्यार करके, हम येसु से प्यार करते हैं। पोप ने हमें यह उदाहरण दिया है, वे हमें यह उदाहरण दे रहे हैं। हमें कलीसिया और मानवता को और अधिक सुंदर बनाने के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए।" वे पोप फ्राँसिस को एक सीधा संदेश भी भेजना चाहते थे:
"संत पापा, मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ! एक बार मैंने आपसे कहा था कि मैं आपके और कलीसिया के लिए अपना जीवन देने के लिए तैयार हूँ। मैं इसे दोहराता हूँ: मैं आपके और कलीसिया के लिए अपना जीवन देने के लिए तैयार हूँ। जिसका मतलब है कि मेरे बगल में रहनेवाले हर व्यक्ति से प्यार करना। हमेशा बहुत खुशी के साथ।"
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