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उपयाजकों की जयन्ती के लिए करीब 6000 प्रतिभागी रोम आये हैं उपयाजकों की जयन्ती के लिए करीब 6000 प्रतिभागी रोम आये हैं 

उपयाजकों की जयंती के लिए 6,000 तीर्थयात्री रोम पहुँचे

21 से 23 फरवरी 2025 को महान जयंती समारोहों में से चौथे समारोह के रूप में स्थायी उपयाजकों के लिए जयन्ती समारोह का आयोजन किया गया है। भारत सहित दुनियाभर के करीब 100 देशों से लगभग 6,000 से अधिक तीर्थयात्री रोम पहुंचे हैं।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2025 (रेई) : 23 फरवरी को संत पेत्रुस महागिरजाघर में प्रातः 9:00 बजे यूखरिस्त समारोह का अनुष्ठान, पोप फ्राँसिस प्रतिनिधि महामहिम कार्डिनल रिनो फिसिकेला करेंगे, जो वाटिकन के सुसमाचार प्रचार विभाग के प्रो-प्रीफेक्ट हैं। इस जयन्ती समारोह में पवित्र मिस्सा के दौरान 23 लोगों को उपयाजक का अभिषेक प्राप्त होगा।

23 नये उपयाजकों में : ब्राज़ील से 2, कोलम्बिया से 6, फ्रांस से 1, इटली से 3, मैक्सिको से 3, पोलैंड से 2, स्पेन से 3 और अमेरिका से 3 हैं।

शुक्रवार 21 फरवरी को रोम के 12 गिरजाघरों में तीर्थयात्रियों का स्वागत किया जाएगा। अपराह्न 3.30 बजे वे एक प्रार्थना सभा में भाग लेंगे। उसके बाद 4.00 से 6.00 बजे उन्हीं गिरजाघरों में प्रवचन होगा जिसे उपयाजक अपनी भाषाओं (इतालवी, स्पेनिश, पुर्तगाली, पोलिश, फ्रेंच, अंग्रेजी) में सुन सकते हैं।

यह प्रवचन 12 धर्माध्यक्षों द्वारा प्रदान किया जाएगा और इसकी विषयवस्तु होगी "उपयाजकों की प्रेरिताई में आशा के ठोस संकेत।"

यह धर्मशिक्षा इन गिरजाघरों में आयोजित हैं : वैलिचेला के संत मरिया गिरजाघर, फ्योरिनतिनी के जॉन द बैपटिस्ट महागिरजाघर, आराकोली में संत मरिया गिरजाघर, त्रओनफाले में कृपा की संत मरिया तीर्थस्थल, संत ग्रेगोरी 7वें गिरजाघर, संत एंड्रिया डेला वैले गिरजाघर, संत लोरेंजो और दामासो महागिरजाघर, कोरसो के संत अंब्रोस और कार्लो गिरजाघर, लौरो के संत सलवातोर तीर्थस्थल, संत मोनिका गिरजाघर, पिसिबुस में सैन लोरेंजो गिरजाघर और कम्पो मार्सो में संत ऑगस्टीन का गिरजाघर।

शनिवार 22 फरवरी को प्रातः 9.00 बजे से अपराह्न 2.00 बजे तक सभी प्रतिभागी तीर्थयात्रा करेंगे और पवित्र द्वार में प्रवेश करेंगे।

इसी बीच कोनचिलात्सियोने ऑडिटोरियम में प्रातः 9.30 बजे से अपराह्न 1.00 बजे तक एक अंतरराष्ट्रीय मिलन समारोह में भाग लेंगे।

शनिवार को शाम 6 बजे संत पौल सभागार में जागरण प्रार्थना होगी और रविवार 23 फरवरी को सुबह 9.00 बजे समारोही ख्रीस्तयाग के साथ जयन्ती का समापन होगा।

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21 फ़रवरी 2025, 15:41