MAP

यूक्रेन की एक महिला स्मारक दीवार पर फूल चढ़ाती हुई यूक्रेन की एक महिला स्मारक दीवार पर फूल चढ़ाती हुई  (ANSA)

हथियार शांत हो, भाईचारा एवं न्याय स्थापित हो

संत पापा लियो 14वें ने यूक्रेनी लोगों के प्रति अपनी निकटता को नवीनीकृत करते हुए तत्काल युद्ध रोकथाम की अपील की, तथा मिनेसोटा में काथलिक स्कूल में हुई गोलीबारी के पीड़ितों और मॉरिटानिया के तट पर मारे गए प्रवासियों के लिए प्रार्थना की।

वाटिकन न्यूज

यूक्रेन, सोमवार, 1 सितंबर 2025 (रेई): रूस द्वारा यूक्रेन में आक्रमणों में वृद्धि किये जाने की स्थिति में संत पापा लियो ने अतिशीघ्र युद्ध विराम के साथ वार्ता के गहन प्रयासों पर बल दिया ।

संत पापा ने कहा, “हथियार अपने में शांत हों और भ्रातृत्व की भाषा और न्याय स्थापित किया जाये।” अपने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने यूक्रेन के लोगों के प्रति अपने सामीप्य को नवीकृत करते हुए विनाश और युद्ध के कारण हो रहे मृत्यु के प्रति शोक व्यक्त किये।

उन्होंने उदासीनता से बचने और प्रार्थना तथा दान के ठोस कार्यों के द्वारा लोगों को एक-दूसरे के करीब आने का आग्रह करते हुए युद्धविराम के आह्वान को दोहराया।

उन्होंने कहा, “सत्ता में बैठे लोगों के लिए अब समय आ गया है कि वे हथियारों के तर्क को त्याग दें और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन से बातचीत और शांति के मार्ग का चुनाव करें।”

मिनियापोलिस स्कूल गोलीबारी के हेतु प्रार्थना

इसके बाद, संत पापा लियो ने अमेरिकी शहर मिनियापोलिस, मिनेसोटा के एक काथलिक स्कूल में हुई गोलीबारी के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की।

उन्होंने कहा, “हम अपनी प्रार्थनाओं में दुनिया भर में हर दिन मारे जा रहे और घायल अनगिनत बच्चों की याद करते हैं। आइए हम ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह बड़े और छोटे हथियारों की इस महामारी को रोकें, जो हमारी दुनिया को संक्रमित कर रही है।”

संत पापा ने शांति की रानी, ​​धन्य कुंवारी मरियम की ओर आते हुए उनसे मानवता के लिए नबी इसायस की भविष्यवाणी को पूरा करने में मदद करने का अनुरोध किया: “वे अपनी तलवारों को हल के फाल और अपने भालों को हंसिया में बदल देंगे।”

मॉरेटानिया के तट पर प्रवासियों की मौत

संत पापा लियो  ने मॉरेटानिया के तट पर प्रवासियों को ले जा रहे एक जहाज के पलट जाने से करीबन 69 लोगों की मौत और लगभग 100 लोगों के अभी भी लापता होने की घटना की भी याद की।

अब तक सत्रह लोगों को बचा लिया गया है, और बचे लोगों का कहना है कि नाव मंगलवार को डूबने से छह दिन पहले गाम्बिया से रवाना हुई थी।

उन्होंने कहा, “यह घातक त्रासदी दुनिया भर में हर दिन दोहराई जाती है। आइए हम प्रार्थना करें कि प्रभु हमें, व्यक्तिगत रूप से और एक सामाजिक रूप में, अपने वचनों को जीना सिखलाएः “मैं एक अजनबी था और तुमने मेरा स्वागत किया ।”

अंत में, संत पापा ने सभी दिवंगत लोगों के लिए प्रार्थना की। “हम अपने सभी घायलों, लापता और मृतकों को, उद्धारकर्ता के प्रेमपूर्ण आलिंगन में अर्पित करते हैं।

 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

01 सितंबर 2025, 10:30