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हिबाकुशा किम जिंग हो हिरोशिमा बमबारी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर हिबाकुशा किम जिंग हो हिरोशिमा बमबारी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर   (AFP or licensors)

संत पापा: हिरोशिमा की वर्षगांठ शांति के लिए एक आह्वान के रूप में कार्य करे

हिरोशिमा बमबारी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक संदेश में, संत पापा लियो 14वें ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हमारे पूरे मानव परिवार के लिए स्थायी शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का आग्रह किया।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बुधवार 06 अगस्त 2025 : "परमाणु हथियार हमारी साझा मानवता को ठेस पहुँचाते हैं और सृष्टि की गरिमा के साथ विश्वासघात करते हैं, जिसके सामंजस्य की रक्षा करने का दायित्व हमपर है।" संत पापा लियो 14वें ने हिरोशिमा के धर्माध्यक्ष एलेक्सिस शिरामा को संबोधित एक संदेश में कहा, जिसे हिरोशिमा में शांति के लिए आयोजित प्रार्थना सभा के दौरान ्ररितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष फ्रांसिस्को एस्केलेंटे मोलिना ने पढ़ा।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिकी सेना द्वारा किए गए परमाणु हमले के 80 वर्ष पूरे होने पर, जिसमें 1,50,000 से 2,46,000 लोग मारे गए थे, संत पापा ने कहा कि "ये दोनों शहर परमाणु हथियारों द्वारा किए गए भीषण भयावहता के जीवंत अनुस्मारक बने हुए हैं।"


उन्होंने जीवित बचे लोगों - हिबाकुशा - के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया, जिनकी कहानियाँ "हम सभी के लिए एक सुरक्षित दुनिया बनाने और शांति का माहौल बनाने का एक सामयिक आह्वान हैं।"

संत पापा ने अपने पूर्ववर्ती, संत पापा फ्राँसिस की बार-बार दोहराई गई अपील को याद किया: "युद्ध हमेशा मानवता की हार है" और कहा कि सच्ची शांति "हथियारों का साहसपूर्वक त्याग" मांगती है, खासकर उन हथियारों का जो अवर्णनीय तबाही मचाने की शक्ति रखते हैं।

उन्होंने कहा, "परमाणु हथियार हमारी साझा मानवता को ठेस पहुँचाते हैं और सृष्टि की गरिमा के साथ भी विश्वासघात करते हैं, जिसके सामंजस्य की रक्षा का दायित्व हम पर है।"

परस्पर सुनिश्चित विनाश पर आधारित सुरक्षा का भ्रम

संत पापा फ्राँसिस का हवाला देते हुए, संत पापा ने कहा कि "बढ़ते वैश्विक तनाव और संघर्षों" के समय में, हिरोशिमा और नागासाकी स्मृति के प्रतीक हैं, जो हमें पारस्परिक रूप से सुनिश्चित विनाश पर आधारित सुरक्षा के भ्रम को अस्वीकार करने का आग्रह करते हैं।

इसके बजाय, उन्होंने आगे कहा, "हमें न्याय, बंधुत्व और सर्वहित में निहित एक वैश्विक नैतिकता का निर्माण करना चाहिए।"

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील

संत पापा ने प्रार्थना व्यक्त करते हुए कहा कि यह वर्षगांठ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए "हमारे संपूर्ण मानव परिवार के लिए स्थायी शांति की स्थापना हेतु अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का आह्वान" हो - "एक ऐसी शांति जो निहत्थी और निःशस्त्र हो।"

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06 अगस्त 2025, 14:51