संत पापा अगुस्टीनियन धर्मबहनों से : सत्य के बिना संस्कृति शक्तिशाली लोगों का हथियार बन जाती है
वाटिकन न्यूज़
वाटिकन सिटी, शनिवार, 5 जुलाई 2025 : संत पापा लियो 14वें ने शनिवार को वाटिकन के प्रेरितिक भवन में येसु और मरियम की सेविका अगुस्टीनियन धर्मबहनों से मुलाकात की, जो अपने प्रांतीय सभा में भाग लेने रोम आयी हई हैं। संत पापा लियो 14वें ने अगुस्टीनियन धर्मबहनों का सहृदय स्वागत करते हुए कहा कि वे प्रांतीय सभा के अंत में उनसे मिलकर खुश हैं। प्रार्थना, विवेक और सामान्य योजना के इस सप्ताह में उन्होंने अपनी संस्थापिका, ईश सेविका सिस्टर मारिया तेरेसा स्पिनेली के करिश्मे के प्रति अपनी निष्ठा को नवीनीकृत करने में सक्षम रही हैं।
संत पापा ने कहा कि संस्थापिका, ईश सेविका सिस्टर मारिया तेरेसा स्पिनेली के संत बनने की प्रक्रिया जारी है अतः पवित्रता के लिए उनका मार्ग भी जारी है! संत पापा ने येसु और मरियम की सेविका अगुस्टीनियन धर्मबहनों के रूप में उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा, “आप हमेशा अपने नाम से खुद को नए सिरे से निर्देशित होने दें। वास्तव में, आप जो सेवा हर दिन करती हैं, वह सबसे पहले आपके जीवन को प्रभु के प्रति समर्पित करने में महसूस होती है और उनकी और हमारी माँ के प्रति सच्ची भक्ति में मजबूत होती है।”
अपने मिशन में साहसी बनें
संत पापा ने उन्हें ईश सेविका सिस्टर मारिया तेरेसा का अनुकरण करते हुए, क्लेशों में धैर्य रखने हेतु प्रेरित किया। संत पापा ने कहा, “हमारी परीक्षाओं में प्रभु अपनी वफादारी की पुष्टि करते हैं; आप मिशन में साहसी होंगी, क्योंकि जिस शैक्षणिक कार्य के लिए आप खुद को समर्पित करती हैं, वह तेज दिमाग और दिलों का निर्माण करेगा जो मानवता को सुनने में सक्षम होगा। मसीह जो “मार्ग, सत्य और जीवन” (योहन 14:6), हैं वे उनका अनुसरण करने में दृढ़ रहेंगे और इसलिए हमारी सभी सांस्कृतिक पहलों का मानदंड हैं। हम जानते हैं कि सत्य के बिना एक संस्कृति शक्तिशाली लोगों का साधन बन जाती है: विवेक को मुक्त करने के बजाय, यह उन्हें बाजार, फैशन या सांसारिक सफलता के हितों के अनुसार भ्रमित और विचलित करती है। इस संबंध में,संत पापा ने उन्हें निकट भविष्य में डॉक्टर संत अगुस्टीन, डे मैजिस्ट्रो को पढ़ने और चिंतन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा है कि इस लेखन में बाहरी शिक्षा को हमेशा आंतरिक मास्टर के साथ मुलाकात की ओर ले जाना चाहिए, जो कि येसु हैं। इतना कहने के बाद संत पापा ने येसु के नाम पर उन्हें और समुदायों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।
येसु और मरियम की सेविका अगुस्टीनियन धर्मबहनों के धर्मसमाज की स्थापना 1827 में ईश सेविका मारिया तेरेसा स्पिनेली ने की थी, जो एक इतालवी अगुस्टीनियन धर्मबहन थीं, जिन्होंने अपना जीवन युवाओं को पढ़ाने और उनकी मदद करने के लिए समर्पित कर दिया था। आज, ये धर्मबहनें फिलीपींस से लेकर ब्राज़ील तक फैले नौ देशों में मौजूद हैं। वे अपनी संस्थापिका के नक्शेकदम पर चलते हुए शैक्षणिक परियोजनाओं, हाशिए पर पड़े युवाओं और महिलाओं की सहायता और चिकित्सा सहायता प्रदान करती हैं।
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