संत पापा: शांति एक व्यक्तिगत प्रतिबद्धता है जो हृदय से आती है
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, बुधवार 09 जुलाई 2025 : "अगर सब कुछ युद्ध में डूब गया तो क्या होगा?" यह सवाल बेनेवेंटो की तीन बच्चों की युवा माँ ज़ायरा ने संत पापा लियो 14वें से पूछा था, जिसमें उन्होंने शांति के अधिकार पर सवाल उठाया था। यह सवाल वाटिकन महागिरजाघऱ द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘पियाज़ा सान पिएत्रो’ के जुलाई अंक में पूछा गया था, जो इस महीने युवाओं की जयंती को समर्पित है। "पाठकों के साथ संवाद" खंड में संत पापा ने उत्तर दिया, "आपकी पुकार ईश्वर के हृदय तक पहुँचती है," और सभी को—विश्वासियों और अविश्वासियों दोनों को—हृदय परिवर्तन की यात्रा पर निकलने का आह्वान किया। संत पापा समझाते हैं कि शांति केवल एक इच्छा नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत, दैनिक प्रतिबद्धता है, जो भीतर से जन्म लेती है और ठोस कार्यों से पोषित होती है; "यह हृदय में और हृदय से ही निर्मित होती है।"
संत पापा लियो ने कहा, "हम हर स्तर पर संवाद पर ज़ोर देते हैं, ताकि संघर्ष नहीं, बल्कि मुलाकात की सच्ची संस्कृति को बढ़ावा मिले और साथ ही शक्ति की सीमाओं को भी बढ़ावा मिले, जैसा कि मेरे प्रिय पूर्ववर्ती संत पापा फ्राँसिस हमेशा आग्रह करते थे, जो हमें चुनौती देती है कि "प्रार्थना को ज़रूरी साहसी भावों और छोटे-छोटे कदमों के श्रमसाध्य धैर्य के साथ कैसे जोड़ा जाए।"
संत पापा अंत में कहते हैं, "युद्ध सफल नहीं होगा और बच्चों को एक सच्ची, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति का अधिकार है।"
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