उत्सव में डूबा एक शहर ने संत पापा का स्वागत किया
वाटिकन न्यूज
कास्टेल गंडोल्फो, सोमवार 14 जुलाई 2025 : रविवार की सुबह जब संत पापा लियो 14वें को ले जा रहा एक खुला वाहन कॉर्सो डेला रिपब्लिका से गुज़रा, तो जयकारे, नारे और तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी।
संत पापा संकरी गली से होते हुए आगे बढ़े, जो इतनी चौड़ी थी कि बैरिकेड्स के पीछे खड़े श्रद्धालुओं की दो पंक्तियों के बीच से उनका वाहन आसानी से निकल सके। यह मार्ग विला बारबेरिनी स्थित संत पापा के निवास को फ्रीडम स्क्वायर से जोड़ता है, जहाँ संत पापा ने रविवारीय मिस्सा सांरोह को अनुष्ठान किया और बाद में देवदूत प्रार्थना का नेतृत्व किया।
6 जुलाई को कास्टेल गंडोल्फो पहुँचने के बाद से यह संत पापा लियो की पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी। हर तरफ से, बालकनी, खिड़कियों और रंग-बिरंगी इमारतों के हर कोने से लोगों ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया, स्मार्टफोन इस पल को कैद कर रहे थे।
संत पापा और विश्वासी
अपनी बाहें फैलाकर, संत पापा लियो ने सभी का अभिवादन करने की कोशिश की। घरों और दुकानों से लगभग एक मीटर की दूरी पर लगे बैरिकेड्स ने स्थानीय लोगों और दुकानदारों को अपनी खिड़कियों से या बाहर निकलकर सबसे पहले तालियाँ बजाने का मौका दिया।
जुबली टोपी पहने पर्यटक और तीर्थयात्री सड़क के किनारे दौड़ रहे थे और 3 जुलाई को उपहार में मिले अपने नए खुले इलेक्ट्रिक वाहन पर सवार मुस्कुराते हुए संत पापा के हर कदम का अनुसरण करने के लिए उत्सुक थे।
मानवता की एक झलक
मार्ग पर लगे लाउडस्पीकरों पर मिस्सा प्रवेश गीत बज रहा था और कभी-कभी वाहन की गति धीमी कर दी जाती थी ताकि संत पापा बच्चों को आशीर्वाद दे सकें और आस-पास मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन कर सकें।
अंग्रेजी, पुर्तगाली, इतालवी और अन्य भाषाओं में आवाज़ें सुनाई दे रही थीं। पल्ली के युवा, बच्चे, स्काउट, पुरोहित, धर्मबहनें, बाइक सवार, गोद में या हैंडबैग में कुत्ते लिए लोग, और संत पापा के मूल देश का झंडा लहराते अमेरिकी लोग सड़क और चौक पर छा गए। वहाँ आने वाले और लंबे समय से वहाँ रहने वाले, दोनों के लिए यह भावना स्पष्ट थी।
असुंता फेरिनी, जिनका 1948 से संत छोमस पल्ली के पास ‘सोर कपान्ना’ रेस्टोरेंट है, ने कहा, "संत पापा हमारे लिए एक पड़ोसी की तरह हैं।" उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ अपना उत्साह साझा करते हुए वाटिकन न्यूज़ को बताया, "यह एक बहुत ही खास अनुभव है क्योंकि वे भीड़ के बीच से, इतने करीब से गुज़रे।"
"मुझे उम्मीद है कि संत पापा लियो 14वें फिर से हमारे यहाँ आएंगे"
रेस्टोरेंट ला स्कारपेटा के मालिक पियरलुइजी फोर्टिनी ने कहा, "बहुत सुंदर! सुबह से ही इतने सारे लोगों को यहाँ देखकर बहुत अच्छा लगा।"
श्री फोर्टिनी ने पिछले मार्च में अपना रेस्टोरेंट खोला था और उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि कुछ ही महीनों बाद संत पापा उनके ठीक सामने से गुज़रेंगे।
उनहोंने कहा, "हम कल देर रात तक खुला रखे थे ताकि कोर्सो डेला रिपब्लिका से सभी मेज़ें और कुर्सियाँ हटा सकें। संत पापा को यहाँ देखकर बहुत खुशी हुई, यह एक ऐसा अनुभव है जिसे हम कभी नहीं भूलेंगे।"
"मुझे उम्मीद है कि संत पापा लियो कास्टेल गंडोल्फो की सराहना करेंगे और हमारे यहाँ और भी ज़्यादा बार आएंगे," उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एक दिन संत पापा उनकी किसी मेज़ पर बैठेंगे।
विदेश से कास्टेल गंडोल्फो
मई में शादी के बाद इटली में अपने हनीमून पर न्यूयॉर्क से आए मेगन और पॉल लानोस के लिए, कास्टेल गंडोल्फो में संत पापा को करीब से देखना उनके मिलन के लिए एक आशीर्वाद जैसा था।
"यह जादुई है; मुझे विश्वास नहीं हो रहा है," मूल रूप से शिकागो की रहने वाली मेगन ने कहा, जिससे यह पल उनके लिए और भी ज़्यादा सार्थक हो गया, क्योंकि संत पापा लियो भी इसी अमेरिकी शहर से हैं।
ब्राज़ीलियाई पुरोहित फादर रिचर्ड स्ट्राज़ा दा सिल्वा, जो दो अन्य पुरोहितों के साथ जयंती तीर्थयात्रा पर हैं, इससे पहले कभी कास्टेल गंडोल्फो नहीं गए थे, संत पापा लियो 14वें के इतने करीब होने की तो बात ही छोड़ दें।
उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एक विशेष और अभूतपूर्व दिन है," "प्रकृति से घिरी इस खूबसूरत जगह को देखना, और इतनी छोटी सी जगह में कलीसिया की सार्वभौमिकता को देखना, अपार आनंद देता है।"
संत पापा लियो 14वें के मिशन के लिए उनका आभार
74 वर्षीय कार्मेला उमाना 40 वर्षों से इस शहर में रह रही हैं और फोकोलारे मूवमेंट की सदस्य हैं, जिसका मारियापोलिस केंद्र कास्टेल गंडोल्फो में है।
उन्होंने कहा, "जब मैंने सुना कि संत पापा आ रहे हैं, तो मैं घर के अंदर नहीं रह सकी, मैं उनका स्वागत करने, उनका अभिवादन करने और कलीसिया का नेतृत्व करने में उनके 'हाँ' कहने के लिए धन्यवाद कहने यहाँ मौजूद रहना चाहती थी।" उन्होंने आगे कहा, "यह जानते हुए कि उन्हें हमारी प्रार्थनाओं और समर्थन की आवश्यकता है, मैं यहाँ आकर खुश हूँ। वे इस शहर के प्रथम नागरिक जैसे हैं, और जैसे महापौर महत्वपूर्ण हैं, वैसे ही संत पापा और भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे पूरी मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं।"
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here