पोप : सिनॉडलिटी एक मनोभाव है जो कलीसिया को भागीदारी को बढ़ावा देने में मदद करता है
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 26 जून 2025 (रेई) : अपने संक्षिप्त भाषण में, पोप ने धर्मसभा सचिवालय के विचार सुनने से पहले अपने विचार साझा किये। उन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने पोप पॉल VI से प्रेरणा लेकर धर्माध्यक्षों की धर्मसभा को नई गति दी।
पोप लियो ने कहा, "मेरे विचार से, उन्होंने जो विरासत हमें छोड़ी है, वह इन सबसे ऊपर है: धर्मसभा एक शैली है, एक दृष्टिकोण है जो भागीदारी और साम्य के प्रामाणिक अनुभवों को बढ़ावा देकर हमें कलीसिया बनने में मदद करती है।"
संत पापा ने कहा कि पोप फ्राँसिस ने धर्मसभा के इस दृष्टिकोण को विभिन्न सभाओं में आगे बढ़ाया, खासकर, "परिवारों के लिए आयोजित सभा में।" पोप ने कहा, "इसके बाद उन्होंने इसे सबसे हालिया मार्ग में पूर्ण अभिव्यक्ति दी, जो कि धर्मसभा के लिए समर्पित है।"
पोप लियो ने कहा कि "धर्माध्यक्षों की धर्मसभा स्वाभाविक रूप से अपनी संस्थागत पहचान बनाए रखती है, जबकि साथ ही इस मौसम में परिपक्व फलों से समृद्ध होती है।" "और आप वह निकाय हैं जिसे इन फलों को इकट्ठा करने और दूरदर्शी चिंतन में संलग्न होने का काम सौंपा गया है।"
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