फादर रॉबर्ट 43 साल पहले वाटिकन से कुछ ही कदम की दूरी पर पुरोहित बने थे
अंद्रेया तोरनियेली
"मैं आप सभी को साधारण रोटी खिला नहीं सकता। फिर भी यह वचन आपका हिस्सा है। मैं आपको उसी मेज से खिलाता हूँ जो मुझे पोषित करती है। मैं आपका सेवक हूँ।" ये शब्द, जो संत अगुस्टीन द्वारा उपदेश 339 में व्यक्त किए गए विचारों को प्रतिध्वनित करते हैं, 19 जून 1982 को रॉबर्ट एफ. प्रीवोस्ट के पुरोहित अभिषेक को चिह्नित करनेवाले स्मारक कार्ड पर मुद्रित किए गए थे। कार्ड के लिए चुनी गई तस्वीर अंतिम भोज की 15वीं शताब्दी की रूसी तस्वीर थी।
43 साल पहले, फादर प्रीवोस्ट जो अब पोप लियो 14 बन गये हैं, रोम के संत मोनिका के छोटे गिरजाघर में पुरोहित अभिषिक्त हुए थे, जो वाटिकन और संत उफित्सियो प्राँगण (पियात्सा डेल संत'उफित्सियो) से कुछ ही कदम की दूरी पर है। अभिषेक की धर्मविधि बेल्जियम के महाधर्माध्यक्ष जॉ जादोट ने सम्पन्न की, जो उस समय गैर-ख्रीस्तीयों के लिए स्थापित सचिवालय के प्रो-प्रेसिडेंट थे, जिन्होंने पहले एशिया, अफ्रीका और अंत में, अमेरिका में प्रेरितिक प्रतिनिधि और प्रो-नन्सियो के रूप में कार्य किया था।
अभिषेक के समय फादर रॉबर्ट फ्राँसिस प्रीवोस्ट की उम्र 27 वर्ष थी। उन्होंने अभिषेक से पहले ही संत थॉमस एक्विनस परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालय से कलीसियाई कानून की पढ़ाई कर ली थी। पांच साल पहले उन्होंने संत अगुस्टीन को समर्पित धर्मसंघ (अगुस्टीनियन) में प्रवेश किया था और 1981 में व्रतधारण किया था। 1985 में, उन्हें एक मिशनरी के रूप में पेरू भेजा गया, जहाँ उन्होंने पिउरा क्षेत्र में चुलुकानास के मिशन में सेवा की।
अभिषेक के लिए छपे कार्ड में उद्धृत संत अगुस्टीन के अन्य अंशों की भी याद दिलाता है, विशेषकर स्तोत्र (स्तोत्र 103, III, 9) पर उनकी व्याख्या : "आप मसीह के अच्छे सेवक हैं," हिप्पो के धर्माध्यक्ष ने लिखा, "यदि आप उन लोगों की सेवा करते हैं जिनकी मसीह ने सेवा की है... जिसने उन्होंने अपने खून से मुक्त किया है, उसने आपको उनका सेवक बनाया है... अपने प्रभु के नाम पर अपने सेवकों से प्रेम करें। वे हमें यह सेवा अच्छी तरह से करने की कृपा दें। क्योंकि चाहे हम इसे पसंद करें या न करें, हम सेवक हैं; लेकिन अगर हम स्वेच्छा से ऐसा करते हैं, तो हम आवश्यकता से नहीं, बल्कि प्रेम से सेवा करते हैं।"
सेवक होना, ईश्वर का होना और इस तरह उनके लोगों का सेवक होना जैसे शब्द, रोम के नए धर्माध्यक्ष द्वारा पुरोहित अभिषेक के दौरान दिए गए अपने पहले प्रवचन में फिर से गूंजे, जो 31 मई 2025 को संत पेत्रुस महागिरजाघर में सम्पन्न हुआ। उस समय उन्होंने रोम धर्मप्रांत के 11 उपयाजकों को पुरोहिताई के लिए अभिषेक प्रदान किया था।
पोप ने कहा, "प्रिय नव अभिषिक्तो, येसु का अनुकरण करें!" "ईश्वर का होना, ईश्वर के सेवक, ईश्वर के लोगों के सेवक होना, हमें पृथ्वी से जोड़ता है: एक आदर्श दुनिया से नहीं, बल्कि वास्तविक दुनिया से। येसु की तरह, आप सच्चे लोगों से मिलते हैं जिन्हें पिता आपके मार्ग पर रखते हैं। बिना अलग किए या आपको मिले वरदान को विशेषाधिकार में बदले बिना, अपने आपको उनके लिए समर्पित करें। ... 'क्योंकि मसीह का प्रेम हमें नियंत्रित करता है' [2 कुरिन्थियों 5:14], प्रिय भाइयों और बहनों! यह एक ऐसा 'नियंत्रण' है जो मुक्ति देता है और हमें किसी को नियंत्रित न करने में सक्षम बनाता है। मुक्ति, न का कब्जा करना। हम ईश्वर के हैं। सराहना और साझा करने के लिए इससे बड़ी कोई संपत्ति नहीं है। यह एकमात्र ऐसी संपत्ति है, जिसे साझा करने पर कई गुना बढ़ जाती है।"
अंततः, संत मोनिका चैपल, वही स्थान है जहाँ 1982 में फादर प्रीवोस्ट का पुरोहित अभिषेक सम्पन्न हुआ था, जिन्हें पोप फ्राँसिस ने 30 सितंबर 2023 को कार्डिनल नियुक्त किया।
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