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पोप फ्राँसिस पोप चुने जाने की 12वीँ वर्षगाँठ अस्पताल में मना रहे हैं

13 मार्च 2013 को संत पापा फ्राँसिस काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष चुने गये थे। वे पोप चुने जाने की अपनी 12वीं वर्षगाँठ जेमेली अस्पताल में मना रहे हैं क्योंकि उनका इलाज चल रहा है। इस अवसर पर हम काथलिक कलीसिया में उनके महत्वपूर्ण प्रेरिताई कार्यों की याद कर रहे हैं जिन्हें उन्होंने पिछले एक साल के दौरान सम्पन्न किया है।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 13 मार्च 25 (रेई) : पोप फ्राँसिस ने अपने परमाध्यक्षीय काल के बारहवें वर्ष में काथलिक कलीसिया के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए, जबकि वे 88 साल के हो गए हैं।

वे पिछले महीने से ही रोम के जेमेली अस्पताल में द्विपक्षीय निमोनिया का इलाज करा रहे हैं।

स्वास्थ्य संबंधी इस विराम से पहले, पोप ने विश्वासियों के साथ 45 बार देवदूत प्रार्थना या स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया, 32 आमदर्शन समारोह आयोजित किए हैं और 30 ख्रीस्तयाग समारोहों का अनुष्ठान किया है, साथ ही विभिन्न लोगों से लगभग 230 मुलाकातें कीं हैं।

उन्होंने 24 दिसंबर, 2024 को आशा की जयंती का उद्घाटन करने के लिए संत पेत्रुस महागिरजाघर के पवित्र द्वार खोले।

उसके दो दिन बाद, रेबिबिया जेल में पवित्र द्वार खोले और जयंती को जीवन के उन क्षेत्रों तक प्रतीकात्मक रूप से पहुँचाया, जहाँ मेल-मिलाप की सबसे अधिक आवश्यकता है।

अक्टूबर माह में, पोप फ्राँसिस ने सिनॉडालिटी पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के अंतिम सत्र का नेतृत्व किया, जिसने सुनने और सहभागिता पर चर्चा में कलीसिया के सभी कोनों को शामिल करने की तीन साल की प्रक्रिया को समाप्ति प्रदान की।

सितंबर में, पोप ने अपनी सबसे लंबी प्रेरितिक यात्रा की, जो उन्हें इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर ले गई।

उसी महीने, पोप ने लक्जमबर्ग और बेल्जियम का दौरा किया, और फिर दिसंबर में उन्होंने फ्रांस के कोर्सिका द्वीप की यात्रा की।

मई और जुलाई के बीच संत पापा ने इतालवी शहर ; वेनिस, वेरोना और त्रिएस्ते की तीन प्रेरितिक यात्राएँ भी कीं।

इसी वर्ष, पोप फ्राँसिस ने अपना चौथा प्रेरितिक विश्वपत्र, दिलेक्सित नोस प्रकाशित किया, जो आधुनिक समाज में येसु ख्रीस्त के हृदय की भूमिका पर केंद्रित है।

संत पापा ने दसवें कॉन्सिस्ट्री की अध्यक्षता भी की, जिसमें ईरान, जापान, चिली, फिलीपींस और अल्जीरिया जैसे देशों से 21 नए कार्डिनल बनाए गए।

पूरे वर्ष पोप ने संघर्षरत देशों और आपदाग्रस्त क्षेत्रों में कलीसिया के प्रतिनिधियों को पत्र और तार भेजे, और सभी से शांति की अपील करते रहे।

फिर, 14 फरवरी को, ब्रोंकाइटिस से कई दिनों तक पीड़ित रहने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अपनी बीमारी के सबसे गंभीर दौर को पार करते हुए, पोप ने 6 मार्च को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उनके लिए प्रार्थना कर रहे श्रद्धालुओं को एक ऑडियो संदेश भेजा।

उन्होंने स्पेनिश में कहा, "मैं प्रांगण से मेरे स्वास्थ्य के लिए की जा रही आपकी प्रार्थनाओं के लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ।" "मैं यहाँ से आपके साथ हूँ। ईश्वर आपको आशीष प्रदान करें और कुँवारी मरियम आपकी रक्षा करें। धन्यवाद।"

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13 मार्च 2025, 12:58