विश्व रोगी दिवस पर संत पापा ने रोगियों एवं उनकी देखभाल करनेवालों
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 11 फरवरी 2025 (रेई) : 33वें विश्व रोगी दिवस के अवसर पर संत पापा ने एक्स संदेश में लिखा, “आज हम विश्व रोगी दिवस मना रहे हैं जिसमें कलीसिया जयन्ती वर्ष 2025 के दौरान हमें निमंत्रण देती है कि हम “आशा के तीर्थयात्री बनें”। उन्होंने आगे कहा, “आशा हमें कभी निराश नहीं करती। कठिनाई के समय आशा हमें शक्ति प्रदान करती है।”
गंभीर सवाल
33वाँ विश्व रोगी दिवस के उपलक्ष्य में प्रेषित अपने संदेश में पोप फ्राँसिस ने उन गंभीर सवालों पर प्रकाश डाला है जो पीड़ितों और उनकी देखभाल करनेवालों के सामने आते हैं। "हम कैसे मजबूत हो सकते हैं जब हमारा शरीर गंभीर, दुर्बल करनेवाली बीमारियों का शिकार हो जाता है जिसके लिए महंगे उपचार की आवश्यकता होती है जिसे हम वहन नहीं कर सकते? हम कैसे मजबूती दिखा सकते हैं जब, अपने दुःखों के साथ साथ, हम अपने उन प्रियजनों को देखते हैं जो हमारा समर्थन करते लेकिन हमारी मदद करने में असमर्थ महसूस करते हैं?"
इन सवालों के सामने संत पापा ने आशा न खोने की सलाह दी है। वे कहते हैं, सच्ची आशा “निराश नहीं करती” और “हमें परीक्षा की घड़ी भी मजबूत बनाये रखती है”। हमें ईश्वर की मदद, उनकी कृपा, उनकी दया और उनकी आत्मा के वरदान के रूप में शक्ति की आवश्यकता है।”
बीमार से पीड़ित और उनकी देखभाल करने वालों से पोप
अपने दूसरे एक्स संदेश में संत पापा सभी बीमार से पीड़ित एवं उनकी देखभाल करनेवालों को सम्बोधित करते हुए लिखा, “प्यारे भाइयो एवं बहनो, आप जो बीमार हैं या जो पीड़ितों की देखभाल कर रहे हैं, आप जयन्ती 2025 में एक अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। आपका साथ चलना सभी के लिए एक चिन्ह है, मानवीय गरिमा का भजन है, आशा का संगीत है। पूरी कलीसिया इसके लिए आपका धन्यवाद करती है!” @vaticanIHD
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