संत मरिया की धर्मबहनें तंजानिया के वंचित युवाओं का उत्थान करती हैं
सारा पेलाजी
तंजानिया, मंगलवार 24 जून 2025 (वाटिकन न्यूज) : हालाँकि तंजानिया पूर्वी अफ्रीका में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, फिर भी यह एक कम आय वाला देश है और इसके कई नागरिक दैनिक आर्थिक कठिनाइयों का सामना करते हैं। कई साधारण परिवारों के लिए, समग्र शिक्षा तक पहुँच पाना उनकी क्षमता से परे है।
1964 में मोन्सिन्योर अलोसियुस श्वार्ट्ज द्वारा स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय धर्मसमाज, “संत मरिया की धर्मबहनें” जो दुनिया भर में वंचित बच्चों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है, ने तंजानिया के कुछ कमज़ोर बच्चों के साथ काम करने का मिशन लिया है।
2019 में, संत मरिया की धर्मबहनों ने दार एस सलाम महाधर्मप्रांत के किसरावे में ज़्यादातर गरीब परिवारों की लड़कियों के लिए एक स्कूल शुरू किया। शुरुआत में बुनियादी शिक्षा प्रदान करने वाले इस स्कूल का विस्तार 2024 में उन्नत स्तर की शिक्षा (फ़ॉर्म 5 और 6) को शामिल करने के लिए किया गया। वर्तमान में, इस संस्थान में 1,029 छात्र नामांकित हैं।
संत मरिया की धर्मबहनों ने किलुव्या में उन युवतियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू किया, जो विभिन्न कारणों से स्कूल छोड़ देती हैं। लड़कियों को शैक्षणिक विषयों सहित सरकारी मानकों के अनुरूप व्यापक शिक्षा दी जाती है। स्कूल एक ऐसा पोषण करने वाला वातावरण है, जो लड़कियों को एक सामान्य बचपन का अनुभव करने का अवसर देता है - दोस्त बनाना, खेल खेलना और नए शौक तलाशना - साथ ही भविष्य के रोजगार के लिए व्यावहारिक कौशल भी हासिल करना।
किलुव्या नर्सरी और प्रशिक्षण केंद्र
2022 में, संत मरिया की धर्मबहनों ने किलुव्या नर्सरी और प्रशिक्षण केंद्र खोला, जो 90 छोटे बच्चों के लिए मोंटेसरी नर्सरी और विभिन्न कारणों से स्कूल छोड़ने वाली 110 युवतियों के लिए प्रमाणित व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करता है। किलुव्या नर्सरी और प्रशिक्षण केंद्र का उद्देश्य युवा महिलाओं को सशक्त बनाना और छोटे बच्चों को भविष्य की स्कूली शिक्षा के लिए तैयार करना है।
डोडोमा बॉयस टाउन
मार्च 2025 में, धर्मबहनों ने डोडोमा बॉयस टाउन में एक नए छात्रावास और व्यायामशाला के उद्घाटन का जश्न मनाया, जो गरीब पृष्ठभूमि के लड़कों की देखभाल करता है।
इस कार्यक्रम में तंजानिया के शिक्षा मंत्री; डोडोमा के महाधर्माध्यक्ष बीटस किन्याया; ताबोरा के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल प्रोटेस रुगाम्बवा और देश के उपराष्ट्रपति के प्रतिनिधि सहित प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
डोडोमा बॉयज़ टाउन के डॉरमेट्री और जिमनाजियम में धर्मबहनें कठिनाई का सामना कर रहे परिवारों के लड़कों की देखभाल करती हैं।
यह स्कूल गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रशिक्षण दोनों प्रदान करता है। इसमें एक कंप्यूटर लैब और बेकरी है, यहां छात्र प्रौद्योगिकी और ब्रेड बनाना सीखते हैं। इसका लक्ष्य उन्हें स्नातक होने पर अच्छे रोजगार के अवसरों के लिए तैयार करना है।
सहयोग और आउटरीच
संत मरिया की धर्मबहनें तंजानिया के शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ मिलकर काम करती हैं और शैक्षिक पहुँच का विस्तार करने के लिए पूर्ण समर्थन प्राप्त करती हैं। उनके कार्यक्रम वर्तमान में तंजानिया में वे 1,583 बच्चों और युवा महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने में संलग्न हैं।
किसरावे में लड़कियों के स्कूल की एक स्कूल प्रशासक, सिस्टर मेरी जेन टैलिनेस, सशक्तिकरण के साधन के रूप में लड़कियों की शिक्षा के महत्व पर जोर देती हैं।
उसने बताया कि तंजानिया जैसे पारंपरिक समाजों में, महिलाओं को अभी भी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है और उन्हें घरेलू भूमिकाओं और यहां तककि कम उम्र में शादी के लिए भी तैयार किया जाता है। लड़कियों को शिक्षित करना उन्हें समाज में पूरी तरह से भाग लेने, आय अर्जित करने और अपने परिवारों को गरीबी से बाहर निकालने में सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
उसने यह भी बताया कि धर्मबहनें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका उद्देश्य शिक्षार्थियों को ऐसे कौशल से लैस करके गरीबी के चक्र को तोड़ना है जो रोजगार और बेहतर जीवन स्तर की ओर ले जाते हैं।
संत मरिया की धर्मबहनों के लिए, माता-पिता की भागीदारी महत्वपूर्ण है। वे माता-पिता के लिए वार्षिक मुलाकात की सुविधा प्रदान करती हैं, परिवार के पुनर्मिलन और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देती हैं।
उनका व्यापक दृष्टिकोण शिक्षा और भोजन, कपड़े जैसे आवश्यक जरूरतों को पुरा करना है और यह सुनिश्चित करना कि बच्चे आगे बढ़ सकें।
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