सीईएलएएम ने संत पापा लियो को पत्र भेजकर आमंत्रित किया
वाटिकन न्यूज
रियो डी जेनेरो, शनिवार 31 मई 2025 : लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएलएएम) ने अपनी 40वीं साधारण महासभा के अवसर पर संत पापा लियो 14वें को एक पत्र भेजा। इसमें उन्होंने संत पेत्रुस के 266वें उत्तराधिकारी के रूप में उनके चुनाव पर अपनी खुशी व्यक्त की और दो दिन पहले सम्मेलन को संबोधित उनके टेलीग्राम के लिए आभार व्यक्त किया।
"हम, लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएलएएम) की 40वीं साधारण सभा के प्रतिभागी, जो रियो डी जेनेरो में एकत्र हुए हैं, आपको तहे दिल से भ्रातृत्व अभिवादन और उस संदेश के लिए हार्दिक धन्यवाद भेजते हैं जिसमें आपने हमारे धर्माध्यक्षीय प्रेरिताई को प्रोत्साहित किया है।"
संत पापा लियो का चुनाव आशा का प्रतीक है
संत पापा को भेजे अपने संदेश में, सीईएलएएम धर्माध्यक्षों ने कहा कि वे उनके चुनाव में, "ईश्वर का दिव्य कार्य" देखते हैं। पत्र में आगे कहा गया, संत पापा फ्राँसिस के परमाध्यक्षीय पद पर, "आपका चुनाव आशा का प्रतीक है।"
धर्माध्यक्षों ने संत पापा के साथ अपने "पूर्ण और पुत्रवत संवाद" के नवीनीकरण की पुष्टि की और एक मिशनरी कलॶसिया के रूप में सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। "हम विनम्रतापूर्वक एक सेवक कलॶसिया होने की चुनौती को स्वीकार करते हैं, जो परिधि से केंद्र को समृद्ध करती है और सादगी के स्थान से प्रामाणिकता के साथ घोषणा करती है।"
लैटिन अमेरिका और कैरिबियन को न भूलें
सीईएलएएम धर्माध्यक्ष अपनी 40वीं महासभा में 1955 में रियो डी जेनेरियो में लैटिन अमेरिकी धर्माध्यक्षों के पहले आम सम्मेलन की 70वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं। इसके मद्देनजर, धर्माध्यक्षों ने सुसमाचार प्रचार के प्रति अपने समर्पण को दोहराया।
धर्माध्यक्षों ने इस क्षेत्र की चुनौतीपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक वास्तविकता की ओर भी इंगित किया और कहा कि इसे न्याय और शांति को प्रेरित करने के लिए संत पापा की "भविष्यवाणी की आवाज़" की आवश्यकता है। चूंकि परिवार और समुदाय सशस्त्र संघर्ष, मादक पदार्थों की तस्करी और जबरन पलायन का सामना कर रहे हैं, इसलिए सम्मेलन ने संत पापा लियो से अपनी प्रार्थनाओं में इस क्षेत्र को याद रखने हेतु आग्रह किया।
"सम्मानजनक भविष्य की चाहत रखने वाले प्रवासी, अपनी पहचान और भूमि की रक्षा करने वाले आदिवासियों, अवसरों से वंचित युवा, हिंसा की शिकार महिलाएँ, परित्यक्त और कमज़ोर बच्चे... ये सभी हमसे ऐसे शब्दों और इशारों की उम्मीद करते हैं जो उन्हें सांत्वना दें और आज़ाद करें।"
धर्माध्यक्षों के पत्र में कलॶसिया के मिशनरी और धर्मसभा मिशन को जारी रखने के लिए उनकी निरंतर प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया गया और लौदातो सी की विरासत का पालन करते हुए पूरी सृष्टि की देखभाल करने के लिए उनके समर्पण को रेखांकित किया गया।
अपने पत्र का समापन करते हुए, धर्माध्यक्ष औपचारिक रूप से संत पापा लियो 14वें को जब भी संभव हो सके, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन का दौरा करने के लिए आमंत्रित करते हैं, क्योंकि "हमारे लोग आपकी उपस्थिति और प्रेरितिक आशीर्वाद के लिए तरसते हैं।"
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here