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:जिम्बाब्वे में तालिथा कुम द्वारा पुरोहितों, धर्मबहनों और युवाओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला :जिम्बाब्वे में तालिथा कुम द्वारा पुरोहितों, धर्मबहनों और युवाओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला   (Foto: Suor Diana Kanyere (Coordinatore Nazionale)) #SistersProject

तलिथा कुम जिम्बाब्वे: मानव तस्करी से लड़ने हेतु धर्मबहनों का नेतृत्व

मानव तस्करी से लड़ने के अपने प्रयासों में, जिम्बाब्वे में तलिथा कुम के सदस्य आशा की किरण की तरह चमकते हैं। धन्य कुंवारी मरियम के छोटे बच्चे धर्मसमाज (एलसीबीएल सिस्टर्स) के नेतृत्व में, वे पीड़ितों को सहायता प्रदान करते हैं, जागरूकता बढ़ाते हैं, और तस्करी विरोधी नेताओं की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाते हैं।

सिस्टर मुफारो चाकुइंगा, एलसीबीएल

हारारे, मंगलवार 18 फरवरी 2025 (वाटिकन न्यूज) : ऐसी दुनिया में जहां हजारों लोगों की जान मानव तस्करी के अंधकार में चली जाती है, जिम्बाब्वे में तालिथा कुम आशा की किरण जगाती है, जहां धन्य कुंवारी मरियम के छोटे बच्चे, जो एलसीबीएल सिस्टर्स के नाम से जानी जाती हैं, इस जघन्य अपराध के खिलाफ लड़ने का बीड़ा उठाती हैं।

मानव तस्करी के खिलाफ समर्पित जीवन के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क की वर्तमान राष्ट्रीय समन्वयक, सिस्टर डायना कान्येरे के नेतृत्व में, पीड़ितों के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान किया गया है, नीति परिवर्तन की वकालत की गई है, और मानव तस्करी के अभिशाप के बारे में जागरूकता बढ़ाई गई है।

विश्व स्तर पर, 40 मिलियन से अधिक लोग आधुनिक गुलामी में फंसे हुए हैं और प्रतिदिन हजारों लोगों का शोषण किया जा रहा है। जिम्बाब्वे में, गरीबी, बेरोजगारी और अवसरों की कमी ने तस्करों के लिए कमजोर व्यक्तियों का शोषण करने के लिए उपजाऊ जमीन तैयार कर दी है।

महिलाएं और बच्चे बहुत ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जिनमें से कई को जबरन श्रम, यौन तस्करी और शोषण के अन्य रूपों में फंसाया जा रहा है।

एलसीबीएल धर्मबहनें दूसरे धर्मसमाज की धर्मबहनों, धार्मिक नेताओं और युवाओं को प्रशिक्षण दे रही हैं।

एलसीबीएल धर्मबहनों ने मानव तस्करी से निपटने में साहसिक कदम उठाया है। तालिथा कुम जिम्बाब्वे के माध्यम से, वे पीड़ितों को परामर्श, चिकित्सा देखभाल और प्रशिक्षण सहित व्यापक सेवाएँ प्रदान करती हैं।

सिस्टर कान्येरे कहती हैं, "हमारा मानना ​​है कि हर पीड़ित को इज्जत, सम्मान और अपने जीवन को फिर से बनाने का मौका मिलना चाहिए। हमारा लक्ष्य एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करना है जहाँ वे ठीक हो सकें, सीख सकें और आगे बढ़ सकें।"

मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए धार्मिक नेताओं को जुटाना परियोजना की आधारशिला है।

2023 में, संगठन ने विभिन्न धर्मप्रांतों के 30 पुरोहितों और धर्मबहनों, साथ ही 10 युवाओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य जागरूकता फैलाने और अपने समुदायों के भीतर बदलाव को प्रेरित करने में धार्मिक नेताओं के प्रभाव का उपयोग करना है।

संगठन युवा-केंद्रित पहलों के माध्यम से तस्करी विरोधी नेताओं की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करता है।

हाल ही में, संगठन ने युवा राजदूतों और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित कीं, जिनमें उन्हें परिवर्तन के नायक बनने के लिए ज्ञान और कौशल प्रदान किया गया।

संयुक्त कार्रवाई का आह्वान

जैसे-जैसे तलिथा कुम जिम्बाब्वे मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई जारी रखता है, वे व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों से कार्रवाई का आह्वान करते हैं। सिस्टर कान्येरे कहती हैं, "हम यह अकेले नहीं कर सकती। हमें एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए सभी के समर्थन की आवश्यकता है जहाँ मानव तस्करी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।"

संगठन का काम धन्य कुंवारी मरियम के छोटे बच्चे धर्मसमाज और मानव तस्करी से निपटने में इसके हितधारकों द्वारा सामूहिक कार्रवाई की शक्ति का प्रमाण है।

चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, तलिथा कुम जिम्बाब्वे अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध है, जो एक ऐसी दुनिया बनाने के दृढ़ संकल्प से प्रेरित है जहाँ मानव तस्करी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

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18 फ़रवरी 2025, 12:11