निकारागुआ, माटागल्पा के धर्माध्यक्ष पर मुकदमा चलाने का आदेश
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
माटागल्पा, बुधवार 11 जनवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : माटागल्पा के धर्माध्यक्ष रोलांडो जोस अल्वारेज़ लागोस को मंगलवार को पूर्व-परीक्षण सुनवाई के दौरान साजिश के आरोप में अभियोग लगाया गया था। माटागल्फा के धर्माध्यक्ष, जो एस्टेली धर्मप्रांत के प्रेरितिक प्रशासक भी हैं, उनपर "राष्ट्रीय अखंडता को कमजोर करने की साजिश के अपराध और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के माध्यम से निकारागुआन राज्य और समाज के लिए हानिकारक झूठी खबरों के प्रचार" का आरोप लगाया गया है।
न्यायाधीश ने सेबाको शहर में जेसुस डे ला डिविना मिसेरिकोर्दिया पल्ली के पुरोहित उरीएल अंतोनियो वैलेजोस के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की भी पुष्टि की है, जो वर्तमान में उन्हीं आरोपों पर निर्वासन में हैं,
धर्माध्यक्ष रोलांडो को 19 अगस्त, 2022 को गिरफ्तार किया गया। 2007 में निकारागुआ में राष्ट्रपति डानियल ओर्टेगा के सत्ता में लौटने के बाद से अल्वारेज़ गिरफ्तार होने वाले और आरोपित होने वाले पहले धर्माध्यक्ष हैं।
निकारागुआन राज्य को अस्थिर करने के उद्देश्य से कथित रूप से "हिंसक समूहों को संगठित करने" और संवैधानिक अधिकारियों पर हमला का प्रयास करने के लिए कूरिया में 15 दिनों के लिए जबरन कैद करने के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा 19 अगस्त को उन्हें पुरोहितों, सेमिनारियों और आम लोगों को हिरासत में ले लिया गया था।"
धर्माध्यक्ष रोलांडो को बाद में मानागुआ में उनके निजी आवास में हाउस अरेस्ट के तहत स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों को राजधानी के एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
कलॶसिया और सरकार के बीच बढ़ता तनाव
काथलिक कलॶसिया और ओर्टेगा की सरकार के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ के खिलाफ आरोप अप्रैल 2018 में शुरू हुए, जब मध्य अमेरिकी देश विवादास्पद सरकारी सुधारों के खिलाफ भारी विरोध से हिल गया था। ओर्टेगा ने धर्माध्यक्ष पर एक कथित तख्तापलट में शामिल होने का आरोप लगाया।
घटनाओं के बाद, दुनिया भर के कई धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों और संगठनों ने निकारागुआन कलॶसिया के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
निकारागुआ के लिए संत पापा की चिंता
संत पापा फ्राँसिस ने रविवार, 21 अगस्त 2022 को देवदूत प्रार्थना के दौरान निकारागुआ में स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि वे "चिंता और दुख के साथ" घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और अपनी आशा व्यक्त करते हुए कहा कि, "एक खुले और सच्चे संवाद के माध्यम से, सम्मानजनक और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व अभी भी पाया जा सकता है।”
यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुटेरेस ने काथलिक कलॶसिया सहित नागर समाज संगठनों पर निकारागुआन सरकार की कार्रवाई पर निराशा व्यक्त की थी।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here